एक तरफ हर्ष और खुशी का माहौल था हर किसी में एक उमंग और उत्साह था, हाथ में जल का लोटा लेकर, फूलमाला प्रसाद लेकर हर कोई शिव को समर्पित कर रहा था, हर तरफ खुशियां थी, बच्चों में अभी काफी उत्साह था है, सुबह का समय था, सभी पूजा पाठ में लगे हुए थे, इसी बीच एक अनहोनी होने की खबर मिली, शिव बारात निकलने की तैयारी की जा रही थी, शिव बारात में कभी ढाई सौ लोग शामिल थे, हर्ष और उत्साह का विषय था, पर अगले ही पल घटने वाली घटना का पता भी नहीं था, आगे क्या से क्या हो जाएगा, कोटा में घटी घटना से सभी में दुख है, मासूम बच्चे जॊ करंट झुलस गये खुशियां गम में बदल गई, करंट झुलसे बच्चे जलने से बैचेनी हॊने लगी
कोटा में घटी दुखद घटना के बाद ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर ने सकतपुरा में करंट की चपेट में आने से 18 बच्चे झुलसे से की घटना को विभागीय जांच के निर्देश दिए हैं, उल्लेखनीय है कि कल शिवरात्रि के अवसर पर बच्चों के हाथों में लिए झंडा बिजली के तारों से संपर्क से बच्चे झुलस गए हैं, जिला कलेक्टर व जिला मजिस्ट्रेट डॉ रविंद्र गोस्वामी ने कारण से चपेट में आने से झूल से से बच्चों के संबंध में प्रशासनिक करवाने हेतु उपखंड मजिस्ट्रेट कोटा की अध्यक्षता में जांच दल का गठन किया गया है, उपखंड मजिस्ट्रेट मनीष तिवारी जांच गठन की अध्यक्ष है, जयपुर विद्युत प्रसारण निगम अधिशासित अभियंता ललित चित्तौड़ा एवं आशीष जोहरी सदस्य है, जांच रिपोर्ट में निरीक्षण कर रिपोर्ट दी है कि सकतपुरा में 220 केवी जीएएस यहा से 132 केवी नांता फीडर निकल रहा है, जुलूस के दौरान बच्चों के हाथों में लोहे के डंडे में लगे हुए जो झंडा था वह इस केबल में टच हुआ हैं, मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कोटा में विद्युत हादसे का दुख व्यक्त करते हुए बच्चों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की, विधायक धारीवाल ने इस घटना का दुख व्यक्त करते हुए घायलों को आर्थिक सहायता देने की मांग की, किस घटना की जानकारी मिलने के बाद लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला एमबीएस अस्पताल पहुंचे, वहां उन्होंने इमरजेंसी वार्ड व प्रत्येक वार्ड में जाकर बच्चों की स्थिति का जायजा लिया, कोटा उत्तर के पूर्व विधायक पहलाद गुंजल भी मौके पर पहुंचकर अस्पताल प्रशासन वह चिकित्सक से इलाज के बारे में विस्तार से जानकारी ली, शिव बारात में हुए हादसे के बाद शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने घायलों के जल्दी ही ठीक होने की कामना की, घायलों के सभी संभव उपचार करवाने के तुरंत निर्देश दिए हैं, बताया जा रहा है कि बिना परमिशन के शिव बारात निकाली जा रही थीकाली बस्ती के बच्चे सुबह रामदेव मंदिर पर शिव कथा से पहले निकलने वाली शिव बारात में कलश यात्रा में शामिल थे, कुछ बच्चों के हाथों में स्टील पाइप वाले झंडे थे, सुबह करीब 11:45 पर औघड़ बाबा मंदिर के पास एक बच्चे के हाथ में करीब 15 फीट का लंबा झंडा था, ऊपर है हाई टेंशन लाइट को टच हो गया जैसे ही टच हुआ तो एक बड़ा धमाका हुआ, धमाके के साथ चिंगारियां बच्चों पर गिरी, जिस जगह हादसा हुआ वहां विद्युत लाइन नीचे बताई जा रही है, पूरी बस्ती में विद्युत लाइन का जाल बिछा हुआ है, हादसे के बाद एकदम से कोई कुछ समझ नहीं पाया, बच्चों को एमबीएस अस्पताल भर्ती कराया गया जो गंभीर झुलसे बच्चे थे, उनको जयपुर रैफर किया गया